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Sunday, 20 January 2013

समाज ने खोया जाम्भाणी संगीत रत्न


नागौर। जाम्भाणी संगीत के महारत हासिल कलाकार एवं साखी गायन के विशेष स्तम्भ श्रीराम गायणा निवासी पोलास बिश्नोईयान तहसील डेगाना जिला नागौर (राज.) का देहान्त 19 जनवरी 2013 को हो गया। जिससे समाज को संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
उल्लेखनीय है कि 74 वर्षीय श्रीरामजी ने किशोरावस्था में ही जाम्भोजी की साखियाँ गाने का जबरदस्त अभ्यास कर लिया था। जाम्भाणी भजन और कथागायन में आप विशेष योग्यता रखते थे। आपने लगभग साठ वर्षों तक बिश्नोई समाज में जाम्भोजी के जागरण लगाकर अनुकरणीय सेवाएं की। इसके साथ ही जाम्भाणी संगीत को मजबूती प्रदान की। आपने अपने तीनों पुत्रों को साखी गायन विद्या सिखाकर भावी पीढ़ी में भी जाम्भाणी संगीत के संस्कार भरे हैं। विशेष बात यह है कि आपके ससुर स्व. चोखारामजी गायणा निवासी पीलवा जिला जोधपुर समाज के सुप्रसिद्ध गायक और साखी गायन विद्या में महारत हासिल थे। आप दोनों की जोड़ी ने असंख्य जागरणों में जाम्भाणी संगीत को आकर्षक तरीके से प्रस्तुत कर जागरण परम्परा को निरन्तर रखा। आपकी सेवाएं हमेशा प्रेरणा देती रहेगी और आपका नाम जाम्भाणी संगीत के स्तम्भों में इतिहास के पन्नों पर हमेशा रहेगा। श्रीरामजी के निधन से सम्पूर्ण बिश्नोई समाज को क्षति हुई है। दिंवगत आत्मा को शांति प्रदान करने एवं उनके परिवार को यह दुःख सहन करने की क्षमता प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।

Friday, 4 January 2013

खींवसर तहसील में थम नहीं रहे हिरणों के शिकार


दो माह में चैथी घटना, शिकारी गिरफ्तार, बन्दूक एवं मृत हिरण बरामद

नागौर 4 जनवरी 2013। जिले की खींवसर तहसील में हिरणों के शिकार थमते नजर नहीं आ रहे हैं। दो माह में चैथी शिकार की घटना है। श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के मीडिया मंत्री आर.पी. बिश्नोई ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि तहसील के ग्राम कुड़छी की सीमा में आज शाम को बनबागरियों ने एक चिकंारा हिरण का शिकार कर लिया।शिकार की सूचना किशनाराम खिलेरी ने श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्री रामरतन बिश्नोई को दी। प्रदेशाध्यक्ष श्री बिश्नोई की सूचना पर खींवसर थानाधिकारी रूपाराम चैधरी मय जाप्ते एवं नागौर के क्षेत्रीय वन अधिकारी अजीतसिंह शेखावत अपनी टीम सहित मौके पर पंहुचे। बन्दूक की गोली से मरे हुए एक हिरण को बरामद किया। शिकारी शोभाराम पुत्र अमराराम बनबागरिया को गिरफ्तार किया। प्रदेशाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई, खींवसर तहसील अध्यक्ष ओमप्रकाश लेगा एवं अन्य कार्यकर्ता तथा ग्राम कुड़छी के ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद थे। पुलिस तथा कार्यकर्ताओं ने शिकारी का पीछा कर अभी सायं 7ः30 बजे पकड़ा। रूपाराम बिश्नोई, हीराराम बिश्नोई, यशपाल सारस्वत तीनों ने शिकारी के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया। वनविभाग ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

Thursday, 3 January 2013

पर्यावरण एवं जीवरक्षा सम्मेलन आयोजित


भादरा। तहसील के ग्राम मुन्सरी में स्थित श्री गुरु जम्भेश्वर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान एवं शाला समिति के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण एवं जीवरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि साहित्यकार रामरतन बिश्नोई ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नहीं करने, वन्यजीव एवं पेड़ पौधों की रक्षा करने का आह्वान किया। उन्होनें सुनी हुई प्रत्येक अच्छी बात को धारण करने की प्रेरणा दी। श्री बिश्नोई ने बताया कि गाय के घी का हवन करने से प्राणवायु सृजित होती है। पेड़ पौधे भी प्राणवायु देते हैं । घर की पर्यावरण शुद्धि के लिए प्रतिदिन हवन करने का विधान ऋग्वेद में लिखा है। उन्होनें बताया कि अग्नि किसी भी वस्तु को भस्म नहीं करती है बल्कि उसको सूक्ष्म रूप में परिवर्तित कर देती है। उन्होनें परोपकार करने के साथ ही नशामुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी। श्री बिश्नोई ने कहा कि मनुष्य अपने सद्कर्मों से देवता बन सकता है। बुरे कर्मों से राक्षस बन सकता है। भक्ति द्वारा स्वर्ग एवं मोक्ष की प्राप्ति भी कर सकता है। उन्होनें भावी पीढ़ी में धार्मिंक संस्कार भरने की प्रेरणा उपस्थित जनसमूह को दी। समारोह के बाद प्रदेशाध्यक्ष ने नीम का पौधा लगाकर वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। विशिष्ट अतिथि श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था के प्रदेश महामंत्री भानूसिंह सियाग ने कहा कि आज का मानव मुख्य उद्देश्य से भटक चुका है। आधुनिकता का अंधा अनुकरण उसको भटकाने में सहयोग कर रहा है। जन जन का कर्तव्य है कि वे प्रकृति को पोषण करने वाले काम करें। विशिष्ट अतिथि श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था के प्रदेश महामंत्री एवं मानद् वन्यजीव प्रतिपालक हनुमानगढ़ अनिल धारणियां ने सार्वजनिक स्थानों पर पौधे लगाना, पौधों की सुरक्षा करना और शिकार को रोकने में मदद करने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था के प्रदेश संगठन मंत्री लक्ष्मीनारायण भादू ने पर्यावरण की परिभाषा में आकाश, वायु, तेज, जल और धरणी का महत्व उजागर किया। श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था भादरा के तहसील अध्यक्ष ओमप्रकाश ईशरवाल ने पर्यावरण संरक्षण, वन्यजीव सुरक्षा, नशामुक्त जीवन और संस्कार निर्माण के कार्यक्रमों में जनसहयोग की अपील की। वयोवृद्ध नागरिक रामसिंह मेहला ने निःस्वार्थ भाव से पेड़ पौधों एवं वन्यजीवों की सेवा करते रहने की बात पर जोर दिया। जाति पांति के भेद को छोड़कर ‘वासुधेव कुटुम्बकम’ की भावना को अपनाने की बात कही। दयाराम मेहला, गंगाधर मुन्सरी, सुरेन्द्र मुन्सरी, रिछपाल कासणियां, घासीराम राजौरा ने भी अपने विचार रखे। राजकीय माध्यमिक विद्यालय करणपुरा के प्रधानाध्यापक हरीसिंह बिश्नोई ने मंच का संचालन करते हुए सभी का स्वागत किया और पर्यावरण संरक्षण की बात पर जोर दिया। श्री गुरु जम्भेश्वर पब्लिक स्कूल के निदेशक जगदीश बिश्नोई ने सभी आगन्तुकों का आभार ज्ञापित किया।